जनता कर्फ्यू: शाहीनबाग में दो गुटों में तनाव के बाद पुलिस सतर्क   
जनता कर्फ्यू: शाहीनबाग में दो गुटों में तनाव के बाद पुलिस सतर्क 

 



नई दिल्ली । दिल्ली के शाहीनबाग के धरने में शनिवार रात प्रदर्शनकारी दो गुटों में बंट गए और जमकर आपस में मारपीट की है। दोनों पक्षों में बवाल इस हद तक बढ़ गया कि प्रदर्शनकारियों ने एक दूसरे पर जुते-चप्पल तक फेंकने शुरू कर दिए है। प्रदर्शनकारियों का एक गुट कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदर्शन खत्म करने के समर्थन में था, जबकि दूसरा गुट अब भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना जारी करने के पक्ष में अड़ा हुआ है। इन दोनों पक्षों में बवाल बढ़ने की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंच गई। दिल्ली पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर हंगामे को शांत कराया। प्रदर्शनकारियों के एक पक्ष का कहना है कि शाहीनबाग के लोग देश में इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं इसलिए वह कोरोना वायरस को देखते हुए धरना खत्म करना चाहते हैं। इसके बावजूद कुछ बाहरी लोग प्रदर्शन में शामिल होकर उसे जारी रखना चाहते हैं और स्थानीय लोगों को धरने के लिए उकसा रहे हैं।
- हंगामे में कई चोटिल
शाहीनबाग प्रदर्शन में हंगामे के दौरान जमकर मारपीट हुई है। इस मारपीट में आधा दर्जन प्रदर्शनकारियों के चोटिल होने की सूचना है। पुलिस ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत करा पाई है। बवाल की आशंका के मद्देनजर धरना स्थल के आसपास पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी है।
- प्रदर्शन को जारी रखने के लिए उतारे जूता-चप्पल
शाहीनबाग में धरना तो चल रहा है, लेकिन इसमें में सिर्फ 5 लोगों को धरने पर बैठने की इजाजत मिली है। जूता चप्पल अलग रखा गया है। कोरोना को देखते हुए महिलाओं को हमजत सूट पहनने को कहा गया, हमजत सूट से शरीर पूरी तरह ढंका होता है। प्रदर्शन में 5 लोगों को बैठने की इजाजत है, जिसमें दादी और नानी शामिल हैं। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने शनिवार को इंडिया इस्लामिक सेंटर में शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर बैठक की थी। यहां पर दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की थी। इस बैठक में डीसीपी साउथ ईस्ट समेत दिल्ली पुलिस के कई अधिकारी भी मौजूद थे।